श्री तुलसी
पाँच तरह की तुलसी के पौधों का सत
Benefits of IMC shri tulsi
● तुलसी संसार की एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट है।
● पाँच प्रकार की तुलसियों-श्याम तुलसी, राम तुलसी. वन तुलसी, नीम्बू तुलसी एवं विष्णु तुलसी का विशेष विधि हारा सत् (Extract) निकाल कर श्री तुलसी का निर्माण किया गया है।
● इसके उपयोग से अनेकों रोगों में लाभ प्राप्त होता है। • यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
● शरीर में से विषैले तत्वों को बाहर निकाल कर शरीर को स्वस्थ रखती है।
● प्रत्येक भोजन के बाद एक बूँद श्री तुलसी सेवन करने से पेट सम्बन्धी बीमारियाँ बहुत कम लगती है।
● यह स्मरण शक्ति को तेज करती है।
● इससे महिलाओं को गर्भावस्था में बार-2 होने वाली उल्टी की शिकायत ठीक हो जाती है।
● आग से जलने पर इसे लगाने से विशेष राहत मिलती है।
● सिर दर्द, बाल झड़ना, बाल सफेद या खुजली होने पर -इसकी 8-10 बूंदे 10 मिली० एलो हर्बल हेयर ऑयल साथ मिलाकर सिर एवं बालों की जड़ों में लगायें।
● कान व नाक के रोग : इसे हल्का सा गरम करके एक-एक बूंद कान अथवा नाक में टपकायें।
● दाँत का दर्द, दाँत में कीडा लगना, मसूढों से खून आना : इसकी 4-5 बूंदे पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए। यदि मुँह में किसी प्रकार की दुर्गन्ध आती हो तो इसकी एक बूंद मुँह में डाल लें दुर्गन्ध तुरन्त दूर हो जायेगी।
● गले में दर्द, गले व मुँह में छाले, आवाज दैठ जाना इसकी 4-5 बूंदे गरम पानी में डालकर गरारे करें।
● खाँसी में इसकी 2 बूदे अदरक के रस तथा शहद के साथ मिला कर सुबह-दोपहर-शाम सेवन करें। इसकी 8-10 बूंदे बॉडी ऑयल में मिलाकर शरीर पर मलकर रात्रि में सोये। मच्छर नहीं काटेंगे।
● कूलर के पानी में इसकी 8-10 बूंदे डालने से सारा घर विषाणु व रोगाणु मुक्त हो जाता है तथा मच्छी-मच्छर भी उस घर से भाग जाते हैं।
● जुएँ और लीखें : श्री तुलसी और नीम्बू का रस समान मात्रा में मिलाकर सिर के बालों में अच्छी तरह से लगाये। 3-4 घण्टे तक लगा रहने दे और फिर सिर घोये अथया रात्रि को लगाकर सुबह सिर घोयें। जुए व लीखें समाप्त हो जायेगी। इसकी 8-10 बूंदे एक बाल्टी पानी में डालकर उस पानी से स्नान करने से त्वचा सम्बन्धी रोग नहीं होते।
● इसकी 4-5 बूंदे एलो हर्बल क्रीम स्किन केयर जैल में मिलाकर चेहरे पर सुबह व रात को सोते समय लगाने पर त्वचा सुंदर च कांतिमय हो जाती है तथा चेहरे से प्रत्येक प्रकार के काले-भूरे घब्बे, छाईयां, कील-मुहांसे व झुरियां नष्ट हो जाती है।
● इसकी 4-5 बूदे स्किन केयर जैल में मिलाकर लगाने से प्रसव के बाद पेट पर बनने वाली लाईनें (स्ट्रैच मार्क) कम होने लगती है।
नोट : - श्री तुलसी की 1 बूद एक गिलास पानी या चाय में अथवा 4 बूंदे एक लीटर पानी में डाल कर पीना चाहिए। इससे पेय पदार्थ विषाणु और रोगाणुओं से मुक्त होकर स्वास्थ्यवर्धक हो जाता है।
स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन श्री तुलसी की 4-5 बूंदे अवश्य सेवन करनी चाहिए। आप आई०एम०सी0 के साथ बिना किसी इन्वैस्टमेंट के अपना बिजनेस शुरू कर सकते है। पार्ट टाईम या फुल टाईम, घर से या ऑफिस से, दोस्तों के साथ या रिश्तेदारों के साथ काम कर सकते है। किसी तरह की शिक्षा या तजुर्वे की आवश्यकता नहीं। आप स्थायी एवं असीमित आय कमा सकते है।
1 Comments
Nice info
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